बीकानेर मुद्रा परिषद् कार्यालय :- बरड़िया हाउस, शिव मन्दिर के पास की गली, बॉठिया चोक, बीकानेर JAIN HINDUSTAN NEWS -:
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महेन्द्र कुमार बरड़िया मो. 9351219795
सचिव ।
प्रेमरतन सोनी (डॉवर) मो.: 9829217451
उपाध्यक्षः भरत कोठारी मो.-94143-27599
बीकानेर मुद्रा परिषद के तत्वाधान में एक विशाल बीकानेर मुद्रा महोत्सव (द्वितीय) का 27, 28, 29 सितम्बर 2024 (शुक्रवार, शनिवार, रविवार) का शुभारम्भ स्थानीय सूरज भवन, आसानियों का चौक, रामपुरिया हवेली से आगे, बीकानेर में होगा ।
इस महोत्सव में शहर वासियों को कुषान कालीन, मुगल कालीन, लगभग 30 भारतीय रियासत, ब्रिटिश कालीन एवं आजादी के बाद से लेकर अब तक प्रचलित एवं अप्रचलित मुद्राओं का संग्रह देखने का अवसर मिलेगा। बीकानेर मुद्रा परिषद के अध्यक्ष महेन्द्र कुमार बरड़िया का कहना है कि आज तक भारत की जो मुद्राएं जो
चलन में आयी थी वो 95 प्रतिशत विलीन हो गई। क्योंकि जिस समय चली उस समय सोने, चांदी, तांबे के भाव कुछ ओर है आज कुछ ओर है। जैसे जैसे धातुओं की कीमत बढ़ी वैसे वैसे लोगों ने इन मुद्राओं को गलाना शुरु कर दिया, इस तरह हमारी ऐतिहासिक मुद्राएँ विलीन होने की तरफ बढ़ रही है। पिछले 20 वर्षों में पुराने संग्रह कर्ता ने आने वाली पीढ़ी को जागृत करने का प्रयास किया और धातु से अधिक मूल्य देकर उन्होंने उन मुद्राओं को संग्रह करना शुरु किया। उन संग्रहकर्त्ताओं ने आम जनता से संपर्क किया एवं जनता से आग्रह किया कि इन दुर्लभ एवं ऐतिहासिक मुद्राओं का संरक्षण करें, ताकि आने वाली पीढी भी हमारी संस्कृति से परिचित हो सके एवं ब्रिटिश काल में भी कागजी मुद्रा चली, उसके आजाद भारत में भी कागजी मुद्राओं का प्रचलन रहा है यह प्रचलन समयानुसार घटता बढ़ता रहा। तो संग्रह कर्ताओं यह जानकारी देने लगे कि यह मुद्रा भी हमारी धरोहर है। क्योंन इसको भी हम संग्रह करें तो संग्रहकर् कर्ताओं के आने की जानकारी मिल रही है नवीन बरड़िया ने कहां एक जानकारी देना चाहता हूं जब गंगासिंह जी का रुपया
प्रचलन में बंद हुआ तब उस सिक्के की कीमत 1 रु थी। अब संग्रह कर्ताओं के संग्रह स्पर्धा के कारण वर्तमान में उस सिक्के का मूल्यांकन 6000 रु से 8000 रु तक हुआ। क्या यह बचत नहीं। 40 वर्ष पहले भारतीय मुद्रा भारत से बाहर के संग्रहकर्ता खरीदते थे। वर्तमान में भारत के संग्रहकर्ता की क्षमता बढ़ी, यदि भारतीय संग्रहकर्ता विदेशों में जाते हैं तो वहां से भारतीय मुद्राओं को भारत में लाने का प्रयास करते हैं। ये संग्रहकर्ता की देन है।
8 वर्ष पूर्व 22-23-24 जुलाई 2016 को मुद्रा महोत्सव की प्रथम प्रदर्शनी का आयोजन बीकानेर में किया गया था। इसका अवलोकन करने वालों ने इसे खूब सराहा एवं आगे भी ऐसे आयोजन जल्द करने की आशा जताई। 1000 हवेलियों का शहर बीकानेर है। इसे छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है।
निवेदक महेन्द्र कुमार बरडिया (महेन्द्र कुमार बरड़िया (जैन) अध्यक्ष, बीकानेर मुद्रा परिषद, बीकानेर JAIN HINDUSTAN NEWS