दिव्यानंद निराले बाबा चातुर्मास समिति द्वारा आयोजित समन्वय चातुर्मास दौरान प्रत्येक महीने मनाई जाने वाली संक्रांति समारोह का आयोजन JAIN HINDUSTAN NEWS -:

दिव्यानंद निराले बाबा चातुर्मास समिति द्वारा आयोजित समन्वय चातुर्मास दौरान प्रत्येक महीने मनाई जाने वाली संक्रांति समारोह का आयोजन JAIN HINDUSTAN NEWS -:

सोनीपत दिनांक 17 सितम्बर 2024 दिव्यानंद निराले बाबा चातुर्मास समिति द्वारा आयोजित समन्वय चातुर्मास दौरान प्रत्येक महीने मनाई जाने वाली संक्रांति समारोह का आयोजन भव्यातिभव्य रूप सुसम्मपन्न हुआ इस अवसर पंजाब, राजस्थान,मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र,हरियाणा,दिल्ली आदि प्रांतो से गुरू भक्तो का आगमन सोनीपत शहर में हुआ इस अवसर राष्ट्रसंत दिव्यानंद निराले बाबा संक्रांति समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि
मन को शुद्ध करना है तो इसे भगवान में लीन करना होगा। जैसे सोना बगैर तपे शुद्ध नहीं होता, वैसे ही मन की कड़ाही को भी भगवत स्मरण की आंच देनी पड़ेगी। मन के चारों तरफ प्रभु स्मरण की ऐसी लक्ष्मण रेखा खींचनी पड़ेगी कि कोई भी विकार रूपी रावण भीतर न घुस सके। इसके लिए हमें अपने आपको प्रभु मय बना लेना पड़ेगा। इसमें हम जितना ज्यादा समय देंगे उतना ही आनंद आयेगा। जैसे समुद्र के जल में तल तक जाने पर ही मोती की आशा की जा सकती है, उसी तरह हमें भी प्रभु-सागर में गहराई तक गोता लगाना होगा। केवल ऊपर ही ऊपर हाथ पांव मारने से कुछ नहीं होगा। प्रभु सागर में तल तक डुबकी लगाने पर ही शांति रूपी मोती पाया जा सकता है। जैन आचार्य निराले बाबा ने कहा कि आदमी जब शरीर से अशांत यानि बीमार पड़ता है तो डॉक्टरों और वैद्यो के हाथों इलाज कराता है, बीमारी तो चली जाती है पर अन्य अनेक बिमारियों से घिर जाता है, नतीजा नित्य डॉक्टरों व वैद्यों के हाथों लुटाता रहता है। ठीक उसी प्रकार मानसिक अशांति, चंचलता दूर नहीं होगी तब तक शांति नहीं मिलती। मन को प्रभु में लीन करके परम सुख का आनन्द महसूस करने पर चारों तरफ शांति ही शांति नजर आयेगी।
इस अवसर पर पंजाब मानसा से पधारे निराले बाबा सेवा समिति के प्रधान तरसेम सिंगला, तोता गर्ग कोषाध्यक्ष का चातुर्मास समिति के संयोजक सुभाष सिंगला, राय साहब, पवन गर्ग आदि ने मिलकर सम्मान अभिनंदन किया गया।
डबल स्टोरी सोनीपत की दुर्गा शक्ति मंडल की महिलाओ ने भजन कीर्तन सुनाकर कार्यक्रम को आनंदित बना दिया। JAIN HINDUSTHAN NEWS -:

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