जवाहर मण्डल देशनोक  में   विराजित  शासन दीपिका श्री साध्वी प्रभावना श्री जी  महाराज आदि ठाणा 6 के सानिध्य में चार दिवसी JAIN HINDUSTAN NEWS

देशनोक
जैन जवाहर मण्डल देशनोक  में   विराजित  शासन दीपिका श्री साध्वी प्रभावना श्री जी  महाराज आदि ठाणा 6 के सानिध्य में चार दिवसीय बालक बालिकाओं के
शिविर का  आज द्वितीय दिवस था
  शिविर  मे 55 बच्चों ने भाग लिया।
इसमें छोटे बच्चों की कक्षा में साध्वी चंदना  श्री जी महाराज ने 18 पाप के फल के बारे में बताया। प्रणातिप्राप,मृषावाद,अदातदान, मैथुन परिग्रह,कोध,मान ,माया ,लोभ,राग ,
देष,कलह के बारे में बताया गया
बड़े बच्चों की क्लास में साध्वी कर्णिका श्री जी महाराज ने नरक गति के नैरयिक के बारे में बताया कि  तीन प्रकार की वेदना होती है। जिसमें प्रथम वेदना 10 कारण से होती है बड़ों बच्चों को वेदना के बारे में बताया साढ़े तीन करोड़ रोम, प्रत्येक रोम में पौने दो रोग हमारे शरीर में होते है,84 लाख पीढ़ी मरूदेवी माता ने देखी,रोहणी नाम की रानी ने कभी रोते हुए को नहीं देखा, क्षेत्र वेदना 10 प्रकार की होती है,
शीत वेदना , अन्नत दाह वेदना, अन्नत ज्वर वेदना, अन्नत भय वेदना , अन्नत शोक वेदना होती है।
पौष के महिने की अर्धरात्रि में हिमालय पर्वत पर बिना वस्त्र,चंद्र किसी इंसान को खड़ा कर दिया जाये उस ठण्ड से की गुणा ठंड नैरियक में होती है
इस अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता में   प्रथम  तरुण बुच्चा द्वितीय माही नाहर, तृतीय  दिशा कातेला स्थान पर रहे।
प्रभावना के सहयोगी पुनमचंद मोहनलाल जी बरडिया परिवार
आज संघ के अध्यक्ष कन्हैयालाल जी  बैद, महिला मण्डल मुन्नी देवी बैद,प्रतिभा जी भुरा, कविता जी नाहर आदि उपस्थित रहे। JAIN HINDUSTHAN NEWS -:

CATEGORIES
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus ( )