जान लेना ही ज्ञान नही, समझना और उसका समयोचित उपयोग ज्ञान है: श्रृतानंद jain hindusthan news -:
रविवार को बच्चें लेंगें जैन धर्म वेशभूषा प्रतियोगिता मे हिस्सा
बीकानेर, 20 सितम्बर। जिस पाठ और उपेदश को सुनकर हम जीवन में परिवर्तन नहीं लाते वो केवल जानकारी है और जो पाठ उपदेश सूचना हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाती है वो ज्ञान है और ज्ञान हमारे मोक्ष का द्वार है। सांसारिक ज्ञान तो हर कोई प्राप्त कर सकता है लेकिन मोक्ष के लिए गुरु का बताया मार्ग हितकर है। गुरु को पता होता है की शिष्य को क्या कब कोनसा ज्ञान देना चाहिए जिससे की उसका मोक्ष हो जाए। इसके लिए गुरु पात्र व्यक्ति को दीक्षा देता है और दीक्षा के लिए जरूरी है कि आप अपने मन म ेउपजी अनर्गल इच्छाओं का दमन करने का संयम हो। यह प्रवचन आज रांगड़ी चैक स्थ्ति पोषधशाला मे चल रहे चातुर्मास आयोजन के दौरान उपस्थित सैकड़ों श्रावक श्राविकाओं के समक्ष जैनाचार्य गच्छाधिपति नित्यानंद सुरीश्वरजी म.सा. के शिष्यरत्न जैन मुनि प्रखर प्रवचनकार श्रृतानंद महाराज साहेब ने कहे।
मुनि ने सांसारिक जीवन यापन करने वाले उत्तम इंसान के बारे मे चित्रण करते हुए कहा कि सब को अपना व्यवहार एक जैसा रखना चाहिए ऐसा ना हो कि गुरु और मंदिर में कुछ और हो, घर में कुछ और हो, बाजार में कुछ और ही व्यक्तित्व हो। क्योकि यह सब माया का कषाय है। जीव जिस गति से आया ही उसका संस्कार वो लेकर आया है।
प्रवचन आयोजन से पूर्व जैन मुनि पुष्पेंद्र म.सा. व मुनि श्रृतानंद के समक्ष श्रावक श्राविकाओं ने सामूहिक गुरु वंदना की तदोपरांत जैन मुनि ने चातुर्मास प्रवचन की शुरुआत मंत्रोच्चार व भजन के साथ की। प्रवचन उपरांत पुष्पेंद्र महाराज साहेब द्वारा पचखान दिया गया।
आत्मानंद जैन सभा चातुर्मास समिति के सुरेन्द्र बद्धानी ने बताया कि शनिवार को पौषधशालामे प्रवचन कार्य मंगल रहेगा। रविवार को प्रभु भक्ति के हेतु मंगल गीतों की प्रस्तुतीयां होगी। बच्चों के माध्यम से जैन धर्म से जुड़े विभिन्न विभुतियों की एक वेशभुषा प्रतियोगिता का आयोजन होगा तथा प्रभु के झुलों की प्रतियोगिता के विजेताओं का घोषणा कर बहुमान किया जायेगा।
मंदिर श्री पदम प्रभु ट्रस्ट के अजय बैद ने बताया कि वल्लभ गुरु की 70वीं पुण्यतिथि पर गौड़ी पाश्र्वनाथ मंदिर में 2 दिवसीय आयोजन होगा जिसमे 27 सितंबर को 70 आयंबिल की जायेगी तथा 28 सितंबर को पूजा तथा स्वामी वत्सल का आयोजन होगा। आज की संघ पूजा व प्रभावना ओसवाल साॅप ग्रुप जयपुर की ओर से की गई। Jain Hindustan News